इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य निषाद समुदाय के बच्चों को आधुनिक, गुणवत्तापूर्ण और पारंपरिक शिक्षा प्रदान करना है। इसके माध्यम से उन्हें ज्ञान, कौशल और सामाजिक जिम्मेदारियों का बोध कराया जाएगा, ताकि वे अपने व्यक्तिगत जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें और अपने परिवार तथा समुदाय का उत्थान कर सकें। शिक्षा में आधुनिक और पारंपरिक दृष्टिकोणों का समावेश होगा, जिसमें विज्ञान, गणित, भाषा और सामाजिक अध्ययन के साथ-साथ नैतिक शिक्षा भी शामिल होगी। समान शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए छात्रवृत्तियों, विशेष कक्षाओं और प्रोत्साहनों का प्रावधान किया जाएगा। व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे युवाओं को मछली पालन, नाविकता, कृषि और आधुनिक उद्योगों में रोजगार के अवसर मिल सकें और वे आत्मनिर्भर बन सकें।
गुरुकुल का निर्माण ऐसा किया जाएगा कि बच्चे केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न रहें, बल्कि जीवन के विभिन्न पहलुओं का अनुभव भी प्राप्त कर सकें। गुरुकुल का वातावरण स्वाभाविक, पारंपरिक और अनुशासनयुक्त होगा। जो नैतिकता, आत्मनिर्भरता और सामाजिक चेतना की दिशा में उन्हें अग्रसर करेगा।
शिक्षा का माध्यम मातृभाषा, हिंदी और अंग्रेजी होगा। आधुनिक विज्ञान, गणित और अन्य विषयों के साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्र उच्चतम गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करें, जो उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने योग्य बनाए।
गुरुकुल में रहने वाले लोगों और छात्रों के लिए एक ड्रेस कोड होगा। बच्चों को नैतिक शिक्षा और जीवन मूल्यों का पाठ पढ़ाया जाएगा, ताकि वे जिम्मेदार नागरिक बन सकें। इसके तहत उनके इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की जानकारी दी जाएगी। जिससे वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें और गर्व महसूस करें।
मछली पालन, नाविकता, कृषि और अन्य पारंपरिक व्यवसायों के साथ-साथ आधुनिक उद्योगों में भी रोजगार प्राप्त करने के लिए व्यावसायिक शिक्षा का प्रबंध किया जाएगा। यह बच्चों को आत्मनिर्भर बनने और अपने परिवार तथा समुदाय की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सक्षम बनाएगा।
गुरुकुल का उद्देश्य शिक्षा तक ही सीमित नहीं रहेगा। बच्चों को समाज सेवा, स्वच्छता अभियान, और अन्य सामाजिक कार्यों में शामिल किया जाएगा, ताकि वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझ सकें और निभा सके
बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्हें योग, प्राणायाम और विभिन्न खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। नियमित स्वास्थ्य जांच और पौष्टिक आहार का प्रबंध किया जाएगा, ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें।
निषाद समुदाय की लड़कियों को समान शिक्षा प्रदान की जाएगी। विशेष छात्रवृत्ति और प्रोत्साहनों की व्यवस्था की जाएगी, जिससे वे भी शिक्षा प्राप्त कर सकें और समाज में समानता की दिशा में आगे बढ़ सकें।
बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा दी जाएगी। उन्हें प्रकृति के प्रति प्रेम और उसके संरक्षण की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। वृक्षारोपण, जल संरक्षण और अन्य पर्यावरणीय गतिविधियों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
गुरुकुल में बच्चों को लोक संगीत, नृत्य और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल किया जाएगा। जिससे वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और प्रोत्साहित कर सकें।
गुरुकुल का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य भविष्य के नेताओं का निर्माण करना है। बच्चों को नेतृत्व के गुण सिखाए जाएंगे, ताकि वे अपने समुदाय और देश का नेतृत्व कर सकें। उन्हें समाज में नेतृत्व, निर्णय लेने और समस्याओं का समाधान करने की कौशल शिक्षा दी जाएगी।
गुरुकुल के माध्यम से बच्चों को सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक विकास के विभिन्न पहलुओं में काम करने की शिक्षा दी जाएगी, ताकि वे एक समावेशी और सौहार्दपूर्ण समाज का निर्माण कर सकें।
गुरुकुल में गुरु-शिष्य परंपरा को पुनर्जीवित किया जाएगा। गुरुओं का सम्मान, उनकी शिक्षाओं का पालन और शिष्यों की मेहनत और लगन को प्राथमिकता दी जाएगी। जिससे छात्रों का संपूर्ण विकास हो सके।
बच्चों को विभिन्न कौशल सिखाए जाएंगे जो भविष्य में रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे। उद्यमिता का गुण भी सिखाया जाएगा, ताकि वे व्यवसाय की शुरुआत कर सकें और दूसरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर सकें।
निषाद समाज की विरासत और महापुरुषों को देश स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी।
संविधान शिक्षा और संवैधानिक अधिकार के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी, राज्य, देश, धर्म और सभी जातियों के प्रति सद्भाव रखने की शिक्षा दी जाएगी।
मिशन की सफलता के लिए समाज के सभी वर्गों और समुदायों के सहयोग से हर संभव प्रयास किया जाएगा। निषाद विकास संघ समाज के सभी वर्गों का सहयोग प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
निषाद विकास संघ के तहत प्रदेश में निषाद संघर्ष मोर्चा, सहनी समाज कल्याण संस्था और निषाद सेना पूरे प्रदेश में काम कर रही है। जो समाज को सशक्त बना रही है।