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NVS Mission Image

उद्देश्य

निषाद विकास संघ (NVS) का मुख्य उद्देश्य निषाद समाज को शिक्षित और संगठित कर सामाजिक जागरूकता पैदा करना, उनके अधिकारों को सुनिश्चित करना और समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी को बढ़ाना है। इसके अलावा NVS निम्नलिखित लक्ष्यों पर कार्यरत है:

  • आरक्षण और हक-अधिकार: निषाद वंशियों को SC/ST आरक्षण सहित सभी हक-अधिकार दिलवाना।
  • मछुआरा आयोग: केंद्र में मछुआरा आयोग का गठन करवाना।
  • राजनीतिक प्रतिनिधित्व: निषाद समाज के प्रतिनिधियों को राजनीति में हिस्सेदारी दिलवाना।
  • आवास और शिक्षा: गृहविहीन मछुआरों को सरकारी आवास दिलवाना और उनके बच्चों के लिए छात्रावासों का निर्माण करवाना।
  • तालाब और झील संरक्षण: तालाबों और झीलों को अतिक्रमण से मुक्त करवाना और मछुआरों को उनका अधिकार दिलवाना।
  • कानूनी सहायता: राजनीतिक और गैर-राजनीतिक दबंगों द्वारा निषाद समाज के लोगों को केस-मुकदमों में फंसाकर परेशान करने के मामलों में कानूनी सहायता और संरक्षण प्रदान करना।
  • आरक्षण: विधानसभा और लोकसभा में निषादों के लिए सीटों का आरक्षण सुनिश्चित करना।
  • सहायता और संरक्षण: राज्य से बाहर रह रहे निषाद समाज के लोगों को सहायता और संरक्षण प्रदान करना।
  • युवाओं का प्रशिक्षण: युवाओं को प्रशिक्षण देना ताकि वे गांव के समाज की सुरक्षा कर सकें।
  • उच्च शिक्षा: योग्य छात्रों का चयन कर उन्हें उच्च शिक्षा, IIT, IIM, IAS/PCS की तैयारी कराना।
  • संस्थागत व्यवस्था: संस्था निष्पक्ष और स्वतंत्र होकर दशकों तक कार्य करे, इसके लिए बायलॉज में उचित व्यवस्था की जाएगी।
  • सशक्तिकरण: निषाद विकास संघ (NVS) निषाद समाज के विकास और सशक्तिकरण के लिए एक मजबूत और व्यापक संगठन होगा, जो RSS की तरह काम करेगा। यह निषाद समाज के लिए एक वट वृक्ष की तरह काम करेगा, मजबूती, समर्थन और विकास प्रदान करके उज्ज्वल भविष्य के लिए आधार तैयार करेगा।

इन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए, सन ऑफ मल्लाह श्री मुकेश सहनी के नेतृत्व में संघ के लाखों कार्यकर्ता और पदाधिकारी दिन-रात काम कर रहे हैं। संगठन का एक अन्य उद्देश्य निषाद समाज के बच्चों और युवाओं को तकनीकी, औद्योगिक, कानूनी और व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। जिससे वे समाज में एक अलग पहचान बना सकें। इसके साथ ही नैतिकता, स्वाभिमान और नेतृत्व के गुणों का विकास करना भी है।

गुरुकुल की स्थापना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। जिसका लक्ष्य शैक्षिक विकास, सामुदायिक सशक्तिकरण, आर्थिक उन्नति और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देना है।